इस बात का ध्यान रखें, कार लोन छोटी अवधि के लिए लेना फायदेमंद

कार खरीदने के लिए कंपनियां और बैंक कई तरह की पेशकश करते हैं। इनमें कुल कीमत का 90 फीसदी तक कर्ज और न्यूनतम मासिक किश्त (ईएमआई) जैसी लुभावनी पेशकश भी शामिल है। आप कार खरीदने की योजना बना रहे हैं तो ऐसी पेशकश पर आंखमूंदकर भरोसा न करें। कार खरीदते समय अन्य बातों के साथ  छोटी अवधि का लोन सस्ता पड़ता है।


पेशकश के पीछे का सच जानें
बैंक उपभोक्ताओं को लुभाने के लिए कम ईएमआई और लोन की अधिक अवधि की पेशकश करते हैं। इसके पीछे उनका फायदा छुपा होता है। कार लोन सुरक्षित कर्ज (सिक्योर्ड लोन) की श्रेणी में आता है। लेकिन कार की कीमत समय के साथ घटती जाती है। ऐसे में बैंक लंबी अवधि के कार लोन पर जोखिम को देखते हुए अधिक ब्याज भी वसूलते हैं। 

समझें कम ईएमआई का गणित
किसी कार की कुल कीमत आठ लाख रुपये है। आपने दो लाख रुपये का भुगतान कर छह लाख रुपये का कर्ज सात साल के लिए 10 फीसदी ब्याज पर लिया। इसकी मासिक किस्त 9961 रुपये होगी दो शायद आपकी जेब पर कम बोझ डालेगी। लेकिन सात वर्षों में इसके एवज में ब्याज के तौर पर बैंक 2,36,700 रुपये वसूलते हैं। यह राशि कर्ज का करीब 40 फीसदी है। इस तरह शुरुआत में कम दिखने वाली ईएमआई अंतत: आपको काफी महंगी पड़ती है


छोटी अवधि में कम ब्याज
आप यदि तीन साल के लिए छह लाख रुपये का कर्ज 10 फीसदी के अनुमानित ब्याज पर  लेते हैं तो उसकी ईएमआई 19,360 रुपये होगी। तीन साल में आप ब्याज के रूप में 96971 रुपये चुकाएंगे। इस तरह सात साल के कार लोन के मुकाबले तीन साल का कार लोन 1,39,729 रुपये सस्ता है। इसी तरह पांच साल के कार लोन की ईएमआई 12,748 रुपये होगी और ब्याज के रूप में आपको 1,64,894 रुपये चुकाने होंगे। तीन साल के कार लोन के मुकाबले यह 67,923 रुपये महंगा सौदा है।


शुरुआती भुगतान अधिक करे
कार खरीदते समय शुरुआती भुगतान (डाउन पेमेंट) जितना अधिक करेंगे आपके लिए वह फायदेमंद होगा। वित्तीय सलाहकारों का कहना है कार खरीदने का फैसला भावना में आकर या जल्दबाजी करने की बजाय समझदारी से करें। उनका कहना है कि इसकी योजना एक साल पहले बना लें और पांच हजार रुपये अतिरिक्त बचत करें तो 60 हजार रुपये अधिक डाउन पेमेंट देने की स्थिति में होंगे। साथ ही इससे ईएमआई का बोझ भी कुछ कम पड़ेगा। हालांकि, विशेषज्ञों का यह भी कहना है कि अपनी आय और भुगतान क्षमता देखकर ही अंतिम फैसला करना चाहिए। 
 

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