आज से शुरू होगा प्रदूषण में इजाफा, दिवाली तक बढ़ सकती है मुश्किल
देश की राजधानी दिल्ली-एनसीआर (National Capital Region) में सर्दी का अभी शुरुआती दौर ही है, लेकिन हवा की दिशा बदलने से इसमें प्रदूषण की मात्रा बढ़ने लगी है। करीब तीन माह से बेहतर स्थिति में चल रही हवा खराब हो चुकी है। धुंध से दिल्लीवासियों को सांस लेने में परेशानी महसूस होने लगी है। सफर इंडिया और केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) की मानें तो अगले 24 घंटे में प्रदूषण का स्तर अधिक बढ़ेगा। पराली के धुएं का असर भी लगातार बढ़ रहा है। शनिवार को यह केवल दो फीसद था, लेकिन सोमवार को आठ से नौ फीसद तक पहुंच जाने की संभावना है। ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा है कि दिल्ली-एनसीआर का प्रदूषण खतरनाक स्तर पर जा सकता है।
सीपीसीबी द्वारा जारी एयर बुलेटिन के अनुसार, सोमवार को लोधी रोड इलाके में एयर क्वालिटी इडेक्स (Air quality Index) के तहत पीएम-2.5 का स्तर 223 तो पीएम-10 का स्तर 217 है, जिसे खराब की श्रेणी में माना जाता है।
इससे पहले रविवार को दिल्ली का एयर इंडेक्स 270 के अंक पर रहा। इस स्तर की हवा को खराब श्रेणी में रखा जाता है। शनिवार को यह 222 था। एक ही दिन के भीतर इसमें 48 अंक की बढ़ोतरी हो गई, जबकि दिल्ली के कई हिस्से ऐसे हैं जहां पर यह रविवार को 300 के पार यानी बहुत खराब श्रेणी में भी पहुंच गया। रविवार शाम छह बजे दिल्ली की हवा में प्रदूषक कण पीएम 10 की मात्र 258 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर और पीएम 2.5 की मात्र 126 माइक्रोग्राम प्रतिघन मीटर रही। मालूम हो कि हवा में पीएम 10 की मात्र का स्तर 100 और पीएम 2.5 की मात्र का स्तर 60 रहने पर ही उसे अच्छी हवा माना जाता है।
सीपीसीबी के मुताबिक सोमवार को दिल्ली का औसत एयर इंडेक्स भी 300 का आंकड़ा पार कर जाएगा। वहीं एनसीआर के तीन शहरों गाजियाबाद, ग्रेटर नोएडा और नोएडा की भी हवा बहुत खराब हो चुकी है। रविवार को भिवाड़ी का एयर इंडेक्स 250, फरीदाबाद का 253, गाजियाबाद का 320, ग्रेटर नोएडा का 301, गुरुग्राम का 198 और नोएडा का 310 रहा।
सफर एवं सीपीसीबी के अनुसार, रविवार से प्रदूषण काफी तेजी से बढ़ रहा है। सोमवार को यह और अधिक खराब होगा। वहीं मंगलवार को इसमें मामूली सुधार हो सकता है। इस समय दिल्ली में सतही हवाओं में बदलाव हो रहा है। हवा की गति सिर्फ आठ किलोमीटर प्रति घंटे की है। इसकी वजह से प्रदूषक तत्व जम रहे हैं। पंजाब, हरियाणा के साथ-साथ पाकिस्तान के सीमावर्ती हिस्से में भी पराली जलाने की घटनाओं में वृद्धि हो रही है। इसके चलते हवा में प्रदूषक कणों की मात्र भी तेजी से बढ़ रही है।
आपातकालीन सेवाओं में दी डीजल जनरेटर की छूट
मंगलवार से दिल्ली में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रेप) लागू हो रहा है। इसके साथ ही दिल्ली-एनसीआर में डीजल जनरेटर चलाने पर रोक लग जाएगी। पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण एवं संरक्षण प्राधिकरण (ईपीसीए) के मुताबिक डीजल के अलावा मिट्टी के तेल और पेट्रोल से चलने वाले जनरेटर पर भी 13 मार्च 2020 तक प्रतिबंध रहेगा। लेकिन आपातकालीन सेवाओं में यह नियम लागू नहीं होगा। अस्पताल, नर्सिंग होम, स्वास्थ्य केंद्र, लिफ्ट एंड एक्सीलरेटर, रेलवे सर्विसेज एंड स्टेशन, डीएमआरसी सर्विसेज जिसमें ट्रेन और स्टेशन शामिल हैं, एयरपोर्ट और अंतरराज्जीय बस टर्मिनल इस प्रतिबंध से बाहर रहेंगे।
प्रदूषण के साथ दिल्ली में धुंध और ठंडक बढ़ी
प्रदूषण के साथ-साथ ही दिल्ली के मौसम में ठंडक और धुंध का असर भी बढ़ने लगा है। रविवार सुबह तो दिल्ली के ज्यादातर हिस्सों में धूप खिली, लेकिन दिन भर के दौरान बीच-बीच में बादलों की आवाजाही भी लगी रही। रविवार को अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया जो इस मौसम का सामान्य तापमान है। न्यूनतम तापमान 20.8 डिग्री सेल्सियस रहा जो सामान्य से एक डिग्री ज्यादा है। मौसम विभाग का अनुमान है कि सोमवार को भी हल्की धुंध छाई रह सकती है और ठंडक का असर बना रहेगा।