यूरिन लिकेज की समस्या करती है आपको परेशान, इन 3 प्राकृतिक उपायों की मदद से मिलेगी राहत
अक्सर देखा गया हैं की बढती उम्र के साथ महिलाओं में यूरिन लिकेज की समस्या बढ़ जाती हैं। इस समस्या में यूरिन पर कण्ट्रोल नहीं हो पाता हैं और दौड़ते, छींकते या खांसते समय यूरिन की कुछ बूंदें निकल जाती हैं। कभीकभार यह दूसरों के सामने शर्मिंदगी का भी कारण बनते हुए नजर आता हैं। ऐसे में जरूरी हैं की समय रहते इसका उपचार किया जाए। आज हम आपके लिए कुछ ऐसे प्राकृतिक उपायों की जानकारी लेकर आए हैं जिनकी मदद से यूरिन लिकेज की समस्या में राहत मिलेगी। तो आइये जानते हैं इन उपायों के बारे में।
कीगल एक्सरसाइज
प्रेगनेंसी या डिलिवरी के बाद होने वाली इस समस्या पर कंट्रोल पाने के लिए कीगल एक्सरसाइज (Kegel Exercise) काफी मदद करती है। इसके साथ ही यह महिलाओं के पेल्विक एरिया में ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाकर पेल्विक एरिया की मसल्स को मजबूत रखता है।
कीगल एक्सरसाइज करते हुए सबसे पहले अपने घुटनों को मोड़ कर आराम से बैठ जाएं। अपना ध्यान फोकस करके पेल्विक मसल्स को टाइट करके संकुचित करें। इसे 30 से 50 बार दोहराये। इस एक्सरसाइज को करते हुए 5 सेकंड के लिए संकुचन और फिर 5 सेकंड के लिए रिलैक्स करें। धीरे-धीरे इस समय को बढ़ा कर 10 सेकंड कर दें। ध्यान रहें कि एक्सरसाइज को हमेशा ब्लैडर को खाली करके ही करें नहीं तो आपकी मसल्स को कमजोर हो सकती हैं।
मैग्नीशियम और विटामिन डी
यूरिन को कंट्रोल करने के साथ बॉडी की मसल्स को रिलैक्स करने के लिए मैग्नीशियम बहुत ही जरुरी होता है। यह ब्लैडर मसल्स की ऐंठन को कम करके ब्लैडर को पूरी तरह खाली करने में मदद करती है। शरीर में मैग्नीशियम की मात्रा को पूरा करने के लिए महिलाएं अपनी डाइट में नट्स, सीड्स, केले और दही शामिल करें। विटामिन डी महिलाओं में इस प्रॉब्लम को दूर करने में मदद करता है। विटामिन डी के लिए मछली, कस्तूरी, अंडे की जर्दी, दूध और अन्य डेयरी उत्पादों को अपनी डाइट में शामिल करें।
एप्पल साइडर सिरका
एप्पल साइडर सिरका हेल्थ के लिए एक टॉनिक का काम करता है। यह शरीर में से टॉक्सिन को दूर करके ब्लैडर इंफेक्शन को दूर करने में मदद करता है। कई बार अधिक वजन होने के कारण भी यूरिन पर कंट्रोल नही रहता है ऐसे में यह वजन कम करने में भी मदद करता है। इसके लिए 1 गिलास पानी में 1 से 2 चम्मच एप्पल साइडल सिरके को मिलाकर थोड़ा-सा शहद मिलाकर दिन में से 2 से 3 बार रोज लें। ध्यान रखें कि अगर आपके ओवरएक्टिव ब्लैडर है तो इसका सेवन न करें।