चीन और अमेरिका के व्यापार वार्ताकारों में बनी सहमति लेकिन यूएस अलर्ट
चीन और अमेरिका के व्यापार वार्ताकार सैद्धांतिक सहमति पर पहुंच गए हैं। चीन के वाणिज्य मंत्रालय ने एक बयान जारी कर शनिवार को यह जानकारी दी।मंत्रालय ने बताया कि चीनी उपप्रधानमंत्री ल्यू ही ने शुक्रवार को फोन पर अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि रॉबर्ट लाइटहाइजर और वित्त मंत्री म्यूचिन से फोन पर बात की थी और प्रमुख चिंताओं के समाधान पर गंभीर और रचनात्मक विचार-विमर्श किया।
बताया जाता है कि इस बातचीत में उनके बीच सैद्धांतिक सहमति बनी। इसके अलावा दोनों पक्षों ने अगली बातचीत के बारे में भी चर्चा की। हालांकि इसके बारे में बयान में ज्यादा जानकारी नहीं दी गई है। बता दें कि चिली में आयोजित होने वाले एपेक सम्मेलन के रद होने के बाद से अमेरिका-चीन संभावित समझौते पर अनिश्चितता के बादल छा गए थे क्योंकि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि वह बीजिंग के साथ पहले चरण के व्यापार समझौते के प्रति आशान्वित हैं।
माना जा रहा है कि चीन और अमेरिका के व्यापार वार्ताकारों के बीच बनी सैद्धांतिक सहमति से दोनों देशों के बीच जारी ट्रेड वॉर में थोड़ी नरमी आएगी। हालांकि, दुनिया में चीन और रूस के बढ़ते दबदबे से अमेरिका अभी भी बेहद सतर्क है। अमेरिका ने बयान जारी करके दुनिया के देशों से रूस और चीन से हथियार न खरीदने की अपील की है। अमेरिका ने कहा है कि चीन और रूस दोनों ही अपना दबदाबा बढ़ाने के लिए हथियारों की बिक्री का सहारा ले रहे हैं। इससे वैश्विक माहौल खराब हो रहा है।
गौरतलब है कि चीन और अमेरिका के बीच अरबों डॉलर का द्विपक्षीय कारोबार होता है। दोनों देशों में जारी ट्रेड वार की वजह से कारोबार में बड़ी गिरावट दर्ज की गई है। इसका खामियाजा ग्लोबल इकोनॉमी को भी भुगतना पड़ रहा है। वैश्विक संस्थाएं इस ट्रेड वार के कारण ग्लोबल ग्रोथ में गिरावट की आशंका दर्ज करा चुकी हैं। गनीमत है कि अमेरिका ने दिसंबर में प्रस्तावित 15 फीसद के अतिरिक्त शुल्क इजाफे को लेकर अभी कोई फैसला नहीं किया है। अमेरिका ने बीते 15 अक्टूबर से चीन के उत्पादों पर प्रस्तावित 250 अरब डॉलर का अतिरिक्त शुल्क स्थगित करने का फैसला किया था।