Google Pay यूजर्स को इस राज्य में नहीं मिलेगा स्क्रैच कार्ड

UPI यानि कि यूनीफाइड पेमेंट इंटरफेस सर्विस प्रदान करने वाली लीडिंग ऐप Google Pay के लाखों यूजर्स को कैशबैक नहीं मिलेगा। भारत में Google Pay के इस समय 320 मिलियन यानि की 32 करोड़ रजिस्टर्ड यूजर्स हैं। तमिलनाडु के Google Pay यूजर्स को कैशबैक या अन्य ऑफर वाले स्क्रैच कार्ड का लाभ नहीं मिलेगा। तमिलनाडु सरकार ने हाल ही में Google Pay के स्क्रैच ऑफर को बैन किया है। सरकार की दलिल ये है कि 2003 से राज्य में लागू लॉटरी बैन नियम की वजह से Google Pay यूजर्स को स्क्रैच कार्ड के साथ मिलने वाला कैशबैक ऑफर नहीं मिल सकेगा।

Google Pay UPI ऐप को 2015 में Tez ऐप के नाम से लॉन्च किया गया था। जिसे जनवरी 2018 में रीब्रांड करके Google Pay के नाम से लॉन्च किया गया। Flipkart के UPI पेमेंट ऐप के इस समय भारत में सबसे ज्यादा 342 मिलियन यानि की 34.2 करोड़ यूजर्स हैं। पिछले साल लॉन्च हुए इस ऐप ने महज 19 महीने के अंदर जबरदस्त ट्रांजेक्शन ग्रोथ दिखाई है। इसकी मुख्य वजह यूजर्स को हर ट्रांजेक्शन पर ऑफर किया जाने वाला कैशबैक है। इस ऐप के जरिए ट्रांजेक्शन करने पर यूजर्स को स्क्रैच कार्ड ऑफर किया जाता है। स्क्रैच कार्ड के साथ यूजर्स को कैशबैक भी ऑफर किया जाता है।

तमिलनाडु सरकार का मानना है कि इस स्क्रैच कार्ड को भी एक तरह का लॉटरी कहा जा सकता है। ऐसे में स्क्रैच कार्ड के जरिए मिलने वाला रीवार्ड 2003 के लॉटरी बैन के नियम की अवहेलना करता है। इसके अलावा पेमेंट फीचर कहीं न कहीं IT एक्ट की भी अवहेलना करता है, जहां यूजर्स की जानकारियों का आदान-प्रदान होता है। स्क्रैच कार्ड तमिलनाडु के प्राइज स्कीम प्रोहिबिशन एक्ट 1979 का भी उल्लंघन करता है। इसलिए तमिलनाडु के Google Pay यूजर्स को पेमेंट के जरिए मिलने वाले स्क्रैच कार्ड और कैशबैक ऑफर का लाभ नहीं मिलेगा।

Google Pay का इस्तेमाल न सिर्फ ऑनलाइन पेमेंट या ट्रांजैक्शन में किया जाता है, बल्कि इस ऐप के जरिए कई तरह के बिलों का भी भुगतान किया जाता है। इस ऐप के जरिए यूजर्स बिजली, पानी, गैस, पोस्टपेड मोबाइल, टेलिफोन, ब्रॉडबैंड के बिल के भुगतान के अलावा रेलवे टिकट बुक भी बुक किए जाते हैं। इस ऐप के जरिए यूजर्स गोल्ड (सोना) भी खरीद सकते हैं। तमिलनाडु के यूजर्स को सरकार द्वारा लगाए गए बैन की वजह से किसी भी तरह के कैशबैक का लाभ नहीं मिलेगा, जिसकी वजह से ऐप के यूजर्स की संख्या पर भी प्रभाव पड़ सकता है।

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