आरोग्य मेला में 12 हजार से अधिक लोगों की निशुल्क जांच व इलाज
बाराबंकी । स्थानीय जनपद मे 57 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर मुख्यमंत्री आरोग्य मेला आयोजित किया गया। जिसमें बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग के आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं सहायिका के माध्यम से पंजीकृत गर्भवती धात्री माताओं को सैम व मैम बच्चों को आरोग्य मेले में बुलवाकर चिकित्सीय जांच एवं उनके पोषण के संबंध में विभिन्न जानकारी दी गई। आरोग्य मेला में दूर दराज के इलाकों में रहने वाले करीब 6108 की जांच समेत 6822 लाभार्थियों में आयरन की गोलियां वितरण की गई। इस दौरान प्रमुख चिकित्सा द्वारा उधौली विकास खण्ड मसौली में पोषण अभियान का निरीक्षण किया गया। यह जानकारी जिला कार्यक्रम अधिकारी प्रकाश कुमार चौरसिया ने दी।
उन्होंने बताया जनपदवासियों को सेहत मंद बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में मुख्यमंत्री आरोग्य मेला का आयोजन किया गया। इस दौरान 1164 लोगों के खून की जांच, 2311 बच्चों का वजन, 181 बच्चों का टीकाकरण, 2452 लोगों के स्वास्थ्य जांच समेंत 6822 लाभार्थियों को आयरन की गोलियों का वितरण किया गया । वहीं स्वास्थ्य मेले के दौरान 119 सैम बच्चें, 475 मैम बच्चें, 742 गर्भवती माताओं, 665 छह माह की आयु वाले बच्चों की माताओं सहित 11 से 14 वर्ष की 658 किशोरियों की स्वास्थ्य जांच व चिकित्सीय परीक्षण कराया गया। मौसमी बुखार की जांच के अलावा प्रजनन स्वास्थ्य संबंधी सेवाओं के साथ गर्भवती, बाल और किशोर स्वास्थ्य से जुड़ी जांच पर खास जोर रहा।
मेला में लोगों को मिलीं यह सुविधाएं
नोडल अधिकारी डा डीके श्रीवास्तव ने बताया मुख्यमंत्री जन आरोग्य मेले में बीमारियों में लीवर के 301, पेट 1817, त्वचा रोग 845, एनीमिया 131, ब्लेड प्रेशर एवं हृदय रोग के 127, कैंसर 12, सर्जरी 20, डायबिटिक 246, टीबी के 55 समेंत अन्य लोगों को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर निशुल्क जांच व इलाज की सुविधा दी गई। गर्भावस्था, प्रसवकालीन व जन्म पंजीकरण का परामर्श बच्चों में डायरिया, निमोनिया रोकने के लिए परामर्श सुविधा मलेरिया, डेंगू, फाइलेरिया व कुष्ठ की स्क्रीनिंग, बीपी, शुगर, मुख, स्तन व सर्वाइकल र्केसर की स्क्रीनिंग, तंबाकू और मद्यपान छोड़ने के लिए परामर्श दिया गया।
आयुष्मान का गोल्डेन कार्ड भी बना
नोडल अधिकारी ने बताया मुख्यमंत्री जन आरोग्य मेले में आयुष्मान भारत योजना के स्टॉल लगाकर 304 लोगों के गोल्डेन कार्ड भी बनाए गए। प्रत्येक रविवार को स्वास्थ्य मेले में प्रयास होगा कि ज्यादा से ज्यादा केंद्रों पर कैंप लगा कर लाभार्थियों को गोल्डेन कार्ड की सुविधा प्रदान की जाए।