भोजपुर में सड़क हादसे में दादी-पोती की मौत के बाद दूसरे दिन भी हुआ हंगामा, लोगों ने की आगजनी
भोजपुर जिले के जगदीशपुर थाना क्षेत्र अन्तर्गत जगदीशपुर -बिहिया पथ पर मसाढ़ टोला, त्रिर्मूतिया गांव के समीप अनियंत्रित बोलेरो से कुचलकर दादी-पोती की मौत होने से आक्रोशित ग्रामीण बुधवार को दूसरे दिन भी सड़क पर उतर गए। बुढ़वल -मसाढ़ टोला के समीप शव के साथ जगदीशपुर-बिहिया पथ को जाम कर दिया। इस दौरान टायर जलाकर आगजनी भी की गई। सड़क जाम व हंगामा के कारण वाहनों का परिचालन अवरुद्ध हो गया हैं। सड़क पर उतरे लोग मुआवजा की मांग कर रहे हैं। मृतकों में जगदीशपुर के मसाढ़ टोला, त्रिर्मूतिया गांव निवासी राज कुमार राम की 50 वर्षीय पत्नी राज कुमारी देवी तथा धर्मेन्द्र राम की एक वर्षीय पुत्री कृति कुमारी शामिल है। दोनों रिश्ते में दादी-पोती बतायी जाती है। इधर, दुर्घटना को लेकर अज्ञात चालक के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। हादसे को लेकर काफी देर अफरातफरी मची रही।
पोती का इलाज कराकर घर लौटने के दौरान हुआ था हादसा
बताया जा रहा कि मसाढ़ टोला, त्रिर्मूतिया गांव निवासी राजकुमार राम की पत्नी राज कुमारी देवी अपनी एक साल की पोती कृति को लेकर मंगलवार की शाम ग्रामीण चिकित्सक के पास दिखाने के लिए बहेरा टोला गांव गई हुई थी। देर शाम पोती को डॉक्टर से दिखाने के बाद राज कुमारी देवी उसे गोद में लेकर वापस लौट रही थी। इस बीच जगदीशपुर- बिहिया पथ पर मसाढ़ टोला, त्रिर्मूतिया गांव के समीप सड़क क्रास करने के दौरान अनियंत्रित बोलेरो ने दादी-पोती दोनों को रौंद दिया था। जिसमें पोती की मौके पर ही मौत हो गई थी। जबकि, दादी गंभीर रूप से घायल हो गई थी। जिसके बाद इलाज के लिए जगदीशपुर पीएचसी ले जाया गया था। जहां,से डॉक्टर ने सदर अस्पताल,आरा रेफर कर दिया था। इस दौरान बुजुर्ग दादी ने सदर अस्पताल,आरा में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया था।
दो बहनों में छोटी थी कृति
बताया जाता हैं कि मसाढ़ टोला, त्रिर्मूतिया गांव धर्मेन्द्र राम को कुल दो पुत्र थी। जिसमें कृति कुमारी छोटी थी। बेटी की मौत के बाद मां मालती देवी का रो-रोकर बुरा हाल था। आसपास के लोग ढांढस बंधाने में लगे थे। बड़ी पुत्री काजल कुमारी ही दंपती का सहारा बच गई है। स्वजनों ने बताया कि बच्ची का डॉक्टर से अक्सर इलाज चल रहा था। पहले भी दिखाया गया था। मंगलवार को पैसा देने व दिखाने के लिए दादी अपनी पोती कृति को लेकर गई थी। पर होनी को कुछ और मंजूर था। हादसे को लेकर रात तक खलबली मची रही।