अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का रास्ता साफ़ न होने से नाराज़ आरएसएस ने अब केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का रास्ता साफ़ न होने से नाराज़ आरएसएस ने अब केंद्र की मोदी सरकार पर सीधे तौर पर निशाना साधना शुरू कर दिया है. आरएसएस का मानना है कि मोदी सरकार के रवैये से ऐसा लगता है कि केंद्र में फिर से सरकार बनने के बावजूद वह मंदिर निर्माण को लेकर कोई पहल नहीं करेगी.
इस बारे में संघ के सरकार्यवाह भैया जी जोशी ने प्रयागराज के कुंभ मेले में हुए एक कार्यक्रम में केंद्र की मोदी सरकार पर इशारों में निशाना साधा और व्यंग्य करते हुए कहा कि राम मंदिर साल 2025 में बनेगा.
भैया जी जोशी ने इस कार्यक्रम में राम मंदिर पर बोलते हुए कहा कि अयोध्या में साल 2025 में जब राम मंदिर का निर्माण शुरू हो जाएगा तो देश तेजी से विकास करने लगेगा. उनके मुताबिक़ देश में विकास की गति उसी तरह बढ़ेगी, जैसी साल 1952 में सोमनाथ में मंदिर निर्माण के बाद शुरू हुई थी.
सरकार पर साधा निशाना
इस कार्यक्रम में भैया जी जोशी ने साफ़ तौर पर कहा कि राम मंदिर निर्माण को लेकर अब भी बहुत सी चुनौतियां हैं, जिनसे निपटने की ज़रूरत है. उनके मुताबिक़ अयोध्या में राम मंदिर सिर्फ एक मंदिर का निर्माण नहीं है, बल्कि यह करोड़ों हिन्दुओं की आस्था व सम्मान से भी जुड़ा हुआ है.
कुंभ मेले में हरिद्वार की संस्था दिव्य प्रेम सेवा मिशन द्वारा आयोजित सेमिनार में संघ के सर कार्यवाह भैया जी जोशी ने सिर्फ मंदिर ही नहीं बल्कि विकास के मुद्दे पर भी मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला. उन्होंने मोदी सरकार के विकास के दावों की भी हवा निकाली और कहा कि विकास को गति तब मिलेगी, जब साल 2025 में अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण होगा. उन्होंने विकास के उदाहरण के रूप में 1952 के साल का जिक्र किया, जब पंडित नेहरू की अगुआई में कांग्रेस की निर्वाचित सरकार बनी थी.
भैयाजी जोशी ने मोदी राज में भारत के फिर से विश्वगुरू बनने की राह पर चलने के दावों को भी नज़रअंदाज किया और व्यंग्य करते हुए कहा कि भारत तकरीबन डेढ़ सौ साल बाद विश्वगुरू बन जाएगा.