मार्च के दूसरे हफ्ते में मैदानी इलाकों में लू चलने की आशंका…
होली बाद उत्तराखंड के विभिन्न जिलों में तापमान बढ़ने का पूर्वानुमान लगाया गया है। मौसम वैज्ञानिकों के बाद मार्च के दूसरे हफ्ते में मैदानी इलाकों में लू तक चलने की आशंका है। इसको लेकर अलर्ट भी जारी किया गया है। मार्च के पहले हफ्ते में ऊधमसिंह नगर समेत उत्तराखंड में अचानक हुई तापमान में बढ़ोतरी से गर्मी बढ़ गई है।
बीते कुछ दिनों में तापमान सामान्य की तुलना में अधिक रहा। इस साल सूरज के तेवर अधिक तल्ख होने के कारण लोगों ने फरवरी में ही घरों में पंखे चलाने शुरू कर दिए हैं। मौसम में हो रहे बदलाव के चलते वैज्ञानिकों ने इस बार भीषण गर्मी के संकेत दिए हैं। उन्होंने कहा होली बाद लू चल सकती है। कहा गर्मी बढ़ने से इस बार मार्च में ही मई जैसी लू यानी गर्म हवाओं के थपेड़े चल सकते हैं।
मौसम विज्ञानी का कहना है कि पर्यावरण में लगातार प्रदूषण बढ़ रहा है। ग्रीन हाउस इंपेक्ट बढ़ने से जलवायु में परिवर्तन हो रहा है। इसके दुष्प्रभाव से इस साल गर्मी का प्रभाव जिले समेत प्रदेश के कई हिस्सों में अधिक दिखेगा। जीबी पंत विवि के मौसम वैज्ञानी आरके सिंह ने इस बार मार्च में मई जैसी गर्मी का अंदेशा जताया है।
उन्होंने बताया कि फरवरी माह में सामान्यत: औसत अधिकतम तापमान 21 से 26 डिग्री सेल्सियस तक रहता है, लेकिन बदलते मौसम के चलते अधिकतम तापमान 31 डिग्री सेल्सियस तक जा पहुंचा है। यानी औसत तापमान में पांच डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी हो रही है। ऐसे में इस बार मार्च में ही लोगों को मई जैसी लू का सामना करना पड़ सकता है।
छह सालों में सबसे अधिक गर्म रहा मार्च
जीबी पंत विवि से मिली जानकारी के मुताबिक, बीते छह सालों में इस साल मार्च का महीना सबसे गर्म रहा। विगत वर्ष फरवरी में जिले का अधिकतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस था। वहीं, इस साल जिले का अधिकतम तापमान 31 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। यह विगत वर्ष की तुलना में पांच डिग्री अधिक है। जबकि मार्च माह इतना गर्म छह साल में नहीं रहा है।
बीते छह सालों का मार्च का अधिकतम तापमान
साल अधिकतम तापमान न्यूनतम तापमान
2018 28 12.5
2019 25.5 11.9
2020 26 9.9
2021 28.6 12.9
2022 26 8.9
2023 31 12.2
इस साल कम वर्ष होने से मार्च में ही गर्म हवाएं चलने शुरू हो गई हैं। तीन मार्च को तापमान 31 डिग्री सेल्सियस तक जा पहुंचा है। आशंका है कि होली के बाद लू चल सकती है। साथ ही मार्च में ही लोगों को मई जैसी गर्मी का सामना करना पड़ सकता है।