कानपुर-लखनऊ समेत उत्तर प्रदेश के 28 ठिकानों पर आयकर कार्रवाई
उत्तर प्रदेश में कानपुर-लखनऊ समेत 28 ठिकानों पर आयकर विभाग की टीम ने एक साथ अपनी सर्वे कार्रवाई शुरू कर दी है। इस कार्रवाई में भारी मात्रा में आयकर अपवंचना मिलने की संभावना हैं। मौके पर बड़ी संख्या में सुरक्षा बल और विभागीय अधिकारियों का दल मौजूद है। उल्लेखनीय है कि आयकर की करीब 29 टीमें बनाई गईं हैं। सभी को अलग-अलग क्षेत्रों के लिए सक्रिय कर दिया गया है। यह कार्रवाई पान मसाला व्यावसाइयों समेत कई अन्य कारोबारियों के खिलाफ हो रही है।
लखनऊ के तिलकनगर इलाके के एक मकान में इनकम टैक्स अधिकारियों की कार्रवाई कर रही है। यह मकान लखनऊ के एक पान मसाला व्यावसायी का बताया गया है। लखनऊ के ही एक बड़े मिष्ठान प्रतिष्ठान में आधा दर्जन से अधिक गाड़ियों में पहुंची आयकर टीम ने कार्रवाई शुरू की। यहां 31 अफसरों की टीम ने कार्रवाई शुरू की। मालिकों से पूछताछ चल रही है। इस प्रतिष्ठान के सिर्फ लखनऊ ही नहीं कानपुर और हरदोई समेत आधा दर्जन से ठिकानों पर कार्रवाई की गई है। प्रतिष्ठान के बाहर लोगों के जमावड़ा लग गया। इसके बाद दोपहर से कुछ पहले मिष्ठान भंडार का शटर बंद किया गया। इससे आसपास के क्षेत्र में जाम लग गया। भारी भीड़ का जमावड़ा देर तक मौके पर बना रहा
फिलहाल आयकर टीमों की कार्रवाई शुरू हो चुकी है। इस दौरान कार्रवाई वाले परिसरों के अंदर किसी को घुसने की इजाजत नहीं है। कोई अंदर से बाहर भी नहीं आ रहा है। सूचना पर कुछ व्यापारी नेता मौके पर पहुंचे लेकिन सभी को उल्टे पांव लौटना पड़ा।
लगभग इसी अवधि में कानपुर में कम से कम चार ठिकानों पर आयकर कार्रवाई की सूचना मिल रही है। सुबह से कार्रवाई जारी है। यहां एक बड़े पान मसाला व्यवसायी के यहां माल सप्लाई करने वालों की दुकानों पर जांच जारी है। इसमें नयागंज स्थित सीताराम मार्केट की एक दुकान, अरुण अग्रवाल मार्केट की दुकान, बाले बाबू का कटरा की एक दुकान और सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया वाली बिल्डिंग की एक दुकान में आयकर टीम जांच कर रही है। चारों दुकानदार माल की आपूर्ति करते हैं। आयकर टीम इन दुकानों में स्टॉक की जांच, कितना माल फर्म को बेचा गया और उसके बिलों की जांच कर रही है।
सुबह से आयकर टीम की जांच जारी है। बताया गया है कि सभी जगह लगभग 10.00 से 10.30 बजे के बीच ठिकानों को अपने शिकंजे में लेकर कार्रवाई शुरू कर दी गई । इन व्यापारियों के बारे में विभाग के पास पहले से ही आयकर अपवंचना के कुछ प्रमाण हैं। इसी के आधार पर इतनी बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया जा रहा है। फिलहाल इस बारे में कोई अधिकृत जानकारी नहीं मिल पाई है।