तम्‍बाकू उत्पादों का सेवन करने वालो की ज्यादातर लोगों की इसी वजह से होती है मौत

तम्‍बाकू (Tobacco) के दुष्प्रभावों के बारे में जानने के बावजूद दुनियाभर में इसके विभिन्न उत्पादों का सेवन धड़ल्ले से किया जा रहा है. इतना ही नहीं कई सारी फिल्मों में आपके पसंदीदा अभिनेता भी सिगरेट का धुआं उड़ाते हुए डायलॉग बोल रहे होते हैं. उस वक्त एक क्षण के लिए शायद हम और आप यह भूल जाते हैं कि पर्दे पर जो चल रहा है वास्तव में उसका कितना बुरा प्रभाव आम जिंदगी पर पड़ सकता है. तम्‍बाकू की वास्तविकता लोगों को सोचने पर मजबूर कर देती है. कई रिपोर्टों के मुताबिक तम्‍बाकू उत्पादों का सेवन करने वाले आधे से ज्यादा लोगों की इसी वजह से मौत हो जाती है.


तम्‍बाकू उत्पादों का लगातार सेवन करने वालों को इसकी लत लग जाती है. इसके बाद उनके लिए इसे छोड़ पाना काफी मुश्किल हो जाता है. इस लेख में हम आपको बताएंगे कि किस प्रकार से आप अपने परिजनों और दोस्तों को इस भयानक लत से बचा सकते हैं.

युवाओं को आकर्षित कर रहे हैं तम्‍बाकू उत्‍पाद

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के मुताबिक तम्‍बाकू के विभिन्न उत्पादों के इस्तेमाल के कारण हर साल करीब आठ मिलियन यानी 80 लाख लोगों की मौत हो जाती है. इनमें से करीब 70 लाख लोगों की मौत प्रत्यक्ष रूप से तम्‍बाकू के प्रयोग के कारण होती हैं. इतना ही नहीं पैसिव स्मोकिंग के कारण भी हर साल करीब 12 लाख लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ती है. मौत के इन आंकड़ों को कम करने और लोगों को जागरूक करने के लिए हर साल 31 मई को ‘विश्व तम्‍बाकू निषेध’ दिवस मनाया जाता है.

हर साल एक नए थीम और लक्ष्य के आधार पर ​काम किया जाता है. इस साल का विषय ‘युवाओं को तम्‍बाकू और निकोटीन से बचाना’ है. दुनियाभर में तम्‍बाकू का सेवन करने वाले लोगों में युवा, विशेष रूप से बच्चों और किशोरों की संख्या बहुत ज्यादा है. माना जाता है कि तम्‍बाकू उद्योग हमेशा नई पीढ़ी के उपभोक्ताओं को अपनी ओर खींचने की योजनाओं पर जोर देता है. इसके लिए कई प्रकार के आकर्षक फ्लेवर और पैकेजिंग के माध्यम से इन उत्पादों को बाजार में उतारा जाता है, जिससे कि युवा पीढ़ी इनकी ओर आकर्षित हो सके. युवा पीढ़ी को इस जाल में फंसाने से रोकने के लिए सरकार कई तरह के प्रयास समय-समय पर करती रहती है. आइए जानते हैं आप किन उपायों को प्रयोग में लाकर युवा पीढ़ी को धूम्रपान और तम्‍बाकू के इस्तेमाल से बचा सकते हैं.

युवाओं को धूम्रपान से बचाने के टिप्स

आप अपने परिजनों और दोस्तों को इस जहरीली आदत से बचाने के लिए निम्न तरीकों को प्रयोग में ला सकते हैं.

उदाहरण के साथ समझाने की कोशिश करें : किसी को भी धूम्रपान से रोकने से पहले आपको स्वयं धूम्रपान नहीं करना चाहिए. लोगों के लिए रोल मॉडल बनें और सुनिश्चित करें कि आपके आसपास रहने वाला कोई भी युवा तम्‍बाकू उत्पादों का किसी भी प्रकार से सेवन न करें. अपने बच्चों और अन्य लोगों के साथ अपने अनुभवों को साझा करें. उन्हें धूम्रपान से होने वाले नुकसानों के बारे में बताएं.

बच्चों से चर्चा करें, डराएं नहीं : बच्चों को डांटना, धमकाना और डराना कभी-कभी तो काम कर जाता है, लेकिन बार-बार ऐसा करना उन्हें जिद्दी बना सकता है. फिर वे चोरी छिपे उन चीजों को करने की कोशिश करते हैं, जिनसे आप उन्हें रोक रहे होते हैं. इसलिए जरूरी है कि आप एक ऐसा माहौल बनाएं, जहां बातचीत संभव हो, जहां बच्चे बिना डर के अपनी बातें आपसे शेयर कर सकें. ये ऐसे रास्ते हैं, जिनके माध्यम से आप बच्चों की आदतों के बारे में जान पाएंगे और उन्हें सही गलत के बारे में बता भी सकेंगे.

शिक्षित करें : बच्चों को सिर्फ धूम्रपान और तम्‍बाकू के सेवन के दुष्प्रभावों और डरावनी बातें बता कर आप नहीं समझा सकते हैं. बच्चे स्मार्ट होते हैं, इसलिए उन्हें बताएं कि इसके नुकसान क्या हैं, उसके पीछे तर्क क्या है? किस प्रकार से मार्केटिंग रणनीति और विज्ञापन के जरिए इन उत्पादों को लोगों की जान की परवाह किए बिना बेचा जा रहा है. तर्क के साथ बात करेंगे तो उन्हें ज्यादा आसानी से समझा सकेंगे.

शरीर पर पड़ने वाले प्रभावों को बताएं : बच्चों को बताएं कि तम्‍बाकू के सेवन से शरीर पर क्या असर होता है? किस प्रकार से पूरा शरीर खराब हो जाता है. उन्हें बताएं कि तम्‍बाकू ​के सेवन से शक्ति पर असर होता है, सांसों से बदबू आती है, दांत और होंठ खराब हो जाते हैं आदि. बच्चों से पूछें कि क्या वह भी अपने शरीर को ऐसा ही करना चाहते हैं?

धूम्रपान के खर्च के बारे में समझाएं : धूम्रपान महंगी लत है और यह लत बढ़ती ही जाती है. बच्चों के समझाएं ​कि धूम्रपान की आदत के चलते उन्हें कितना पैसा खर्च करना पड़ सकता है? उनसे पूछें कि क्या वह अपना पैसा बर्बाद करना चाहते हैं या उस पैसे का इस्तेमाल ट्रेंडी कपड़े, इलेक्ट्रॉनिक्स आदि चीजों को खरीदने पर करना चाहते हैं?

धूम्रपान के सभी विकल्पों से दूर रखें : ई-सिगरेट, हुक्का, शीशा, वेप्स, आदि सिगरेट के मॉर्डन और कम हानिकारक विकल्पों के रूप में प्रचलित हैं. बच्चों को समझाएं कि इन उत्पादों से भी स्वास्थ्य को उतना ही नुकसान है जितना सिगरेट से. इन उत्पादों और उनके दुष्प्रभावों के बारे में बच्चों को विस्तार से समझाएं.

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