मुख्यमंत्री नीतीश ने कहा- संक्रमण को लेकर रहे सतर्क, क्वारंटाइन सेंटर अब किये जायेंगे बंद, स्कूल-कॉलेज में….
बिहार में कोरोना संक्रमण की स्थिति को देखते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से राज्य की जनता से रूबरू हैं। इस दौरान वे जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों को भी संबोधित कर रहे हैं। मुख्यमंत्री के संदेश का प्रसारण टीवी चैनलों व फेसबुक लाइव के माध्यम से किया जा रहा है।
अपने संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें संक्रमण को लेकर सतर्क रहना है। अब क्वारंटाइन सेंटर बंद किए जाएंगे। आगे स्कूल-कॉलेज में पढ़ाई शुरू होगी। सरकार बाहर से लौटे सभी लोगों को राज्य में ही रोजगार देगी।
– मुख्यमंत्री का संबोधन आरंभ।
– मैं सबसे पहले सबों का स्वागत करता हूं। कोरोना वायरस के कारण जो स्थिति बनी है, उसे देखते हुए हमें सजग रहना है।
– हमने हर स्तर पर स्थिति की समीक्षा की है। क्वारंटाइन सेंटर को देखा, वहां लोगों से बात की है। एक-एक चीज को देखा है।
– महामारी पर चर्चा मार्च में शुरू हुई। 13 मार्च को पहली मीटिंग हुई थी। 16 मार्च को विधानसभा स्थगित कर दिया गया। फिर जनता कर्फ्यू लगाया गया।
– बिहार में कोरोना को लेकर सरकार पहले से सजग थी।
– 25 मार्च से पूरे देश में लॉकडाउन लागू किया गया।
– गांव-गांव में लोगों ने कोरोना के खिलाफ जंग लड़ी।
– लॉकडाउन के दौरान लोगो ेको जागरूक किया गया।
– पहले मास्क की दिक्कत थी। अब ऐसा नहीं है। जीविका के माध्यम से मास्क का उत्पादन किया गया। क्वारंटाइन सेंटर में भी मास्क बनाया जा रहा है।
– आप मास्क पहनें और घर पर ही रहें। बाहर निकलें तो मास्क जरूर पहनें।
– पल्स पोलियों अभियान की तरह सबों की जांच कराई जा रही है
– लॉकडाउन में छूट दी गई है।
– अब क्वारंटाइन सेंटर बंद होंगे, क्योंकि जिन्हें बाहर से आना था, वे लगभग आ चुके हैं। ट्रेनों से बहुत लोग आए।
-स्वारंटाइन सेंटर में रखे गए हर व्यक्ति पर 5300 रुपये का खर्च किया गया।
– अब स्कूल-कॉलेज में लोगों को नहीं रखा जाएगा, क्योंकि आगे स्कूल-कॉलेज खोलने हैं। अब स्कूल-कॉलेज में पढ़ाई की शुरुआत होगी।
– हमने बाहर फंसे लोगों को सीएम रिलीफ फंड से एक-एक हजार रुपये दिए। राज्य में 1.62 करोड़ लोगों को राशन दिया। 3261 करोड़ की राशि लोगों को खातों में दी। 85 लाख पेंशनधारियों को मदद दी। बाहर से आने वाले हर व्यक्ति को पांच सौ रुपये खर्च के लिए दिए।
– कोरोना उन्मूलन कोष का गठन किया।
– गंभीर स्थिति वाले मरीजों का कोविड अस्पताल में होगा इलाज। राज्य में तीन कोविड अस्पताल बनाए गए हैं।
– हमने आपदा प्रभावित लोगोे की हमेशा मदद की है। कोरोना की महामारी भी आपदा है। जो भी आपदा प्रभावित हैं, सरकार के खजाने पर पहला अधिकार उनका है। पूरे राज्य में 500 से अधिक आपदा राहत केंद्र चले।
– लॉकडाउन मे छूट मिली तो आप फिजिकल डिसटेंसिंग भूल रहे हैं। यह गलत है। आपस में थोड़ी दूरी बनाकर रखिए।
– बुजुर्गों व बच्चों को विशेष ध्यान रखें।
– पोस्टर लगाकर लाेगों को जागरूक करते रहेंगे। संचार माध्यमों के जरिए थी जागरूक करेंगे। स्थानीय स्तर पर जनप्रतिनिधि लोगों को जागरूक करेंगे।
– एक देश का आदमी देश में दूसरी जगह जाए तो उसे प्रवासी क्यों कहते हैं? एेसे लौटे लोगों को बिहार में रोजगार देने का काम चल रहा है। बिहार में बाहर से आए सभी लोगों को सरकार रोजगार देगी।