सोनिया विहार इलाके में रहने वाली नेहा ने कायम की महिला शक्ति की मिसाल, कई जरूरतमंदों को बना रहीं आत्मनिर्भर
भूख से पीड़ित लोगों को देख जब मन विचलित हो उठा, तो नेहा ने खुद उठाया उनकी मदद करने का बीड़ा। उत्तर-पूर्वी दिल्ली के सोनिया विहार इलाके में रहने वाली नेहा उप्रेती महिला शक्ति की एक मिसाल बनकर सामने आई हैं। कोरोनाकाल में अपने स्तर पर वह गरीब व जरुरतमंदों की मदद में जुटी हुई हैं, अब तक सैंकड़ों लोगों को पका हुआ भोजन व राशन वितरित कर चुकी हैं। वहीं, आपदा के इस दौर में नेहा कई जरूरतमंत महिलाओं को आत्मनिर्भर भी बना चुकी हैं।
नेहा उप्रेती ने बताया कि वह खुद एक निजी कंपनी में कर्यरत हैं, बावजूद इसके वह अपने स्तर पर लोगों की मदद के लिए आगे आई ताकि कोई भूखा न रहे। उन्होंने कहा कि देश इस समय बहुत मुश्किल समय से गुजर रहा है ऐसे में हमारा सबसे पहला धर्म मानवता का है।
जरूरतमंदों के घर तक पहुंचाया राशन
उत्तराखंड महिला शक्ति मंच की अध्यक्ष नेहा उप्रेती ने बताया कि उन्हें जब पता चला क्षेत्र में कई लोगों को खाना भी नसीब नहीं हो रहा तो उन्होंने अपने घर पर ही पहले 11 लोगों को खाना बनाकर खिलाया, जैसे-जैसे लोगों को जानकारी मिलती गई उनके पास आने वाले लोगों की संख्या बढ़ने लगी। फिर उनकी मदद के लिए झंडेवालान स्थित विश्व हिंदू परिषद से भी खाने के पैकेट आने लगे।
वहीं, उनके कुछ साथियों ने भी कुछ आर्थिक मदद की। प्रशासन व पुलिस के साथ मिलकर शारीरिक दूरी का पालन करते हुए वह अब तक करीब 500 लोगों को खाना खिला चुकी हैं। वहीं, लोगों के घर जा-जाकर कच्चा राशन भी उपलब्ध कराया और अब भी किसी जरूरतमंद की जानकारी मिलती है तो वह उसे भी राशन उपलब्ध कराती हैं।
कोरोना से बचाव के लिए खुद क्षेत्र को कर रही सैनिटाइज
नेहा अपने आसपास के लोगों को कोरोना की चपेट में आने से बचाने के लिए खुद जाकर जगह-जगह सैनिटाइजेशन का काम भी करा रही हैं। इस काम में उन्हें खजूरी डिवीजन के सहायक पुलिस आयुक्त हरीश चंद्र कुकरेती व उनकी टीम के का साथ भी मिल रहा है। वह रोजाना सोनिया विहार ,खजूरी, सभापुर गुजरान, पहाड़ी कॉलोनी, श्रीराम कालोनी , दयालपुर सहित विजय नगर व कई क्षेत्रों में जाकर सैनेटाइजेशन का काम कर रही हैं। इसके अलावा उनके द्वारा जरूरतमंत लोगों को निःशुल्क साबुन व मास्क का वितरण भी किया जा रहा है। यह मास्क भी उन्होंने स्वयं अपने घर पर सिलाई मशीन से सीलकर तैयार किए हैं,।
कोरोनकाल में कन्या विवाह में दिया योगदान
सोनिया विहार साढ़े चार पुश्ते पर रहने वाले एक परिवार की बेटी की शादी में भी नेहा ने खूब सहयोग किया। नेहा ने बताया कि परिवार की आर्थिक हालात थोड़ी कमजोर थी, जिस कारण उन्होंने अपनी टीम के साथ मिलकर शादी में खाने -पीने, लड़की की साज-सज्जा, व शगुन से लेकर हर छोटी बड़ी चीज का ध्यान रखा। उन्होंने बेटी को भेंट में शादी का जोड़ा और ग्यारह साड़ियां भी दी।
उन्होंने बताया कि कन्यादान में भागीदार होना भी सौभाग्य की बात है और यह मेरा लिए गर्व की बात है जो मुझे एक कन्याविवाह में योगदान देने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। इस कार्य में अभिषेक अक्की, इमरान अलवी, मनीष, दीपक उप्रेती, किरन उप्रेती, लता, स्वाति, सुनील, प्रियंका, अरविंद झा, राम, सौरभ भाटी, मेहुल सिंघ का साथ मिला।
अकेली महिलाओं को बना रही आत्मनिर्भर
नेहा ने बताया कि लॉकडाउन में आर्थिक तंगी से परेशान होकर सोनिया विहार पांचवे पुश्ते में रहने वाली पूजा के पति ने कुछ दिन पहले आत्महत्या कर ली थी। उन्होंने उस महिला के पास जाकर उसे मानसिक रूप से मज़बूज बनाया और फिर उसे सब्जी की एक रेहड़ी लेकर दी। उन्होंने पूजा व उसके बच्चों के लिए फल, कपड़े व 15 दिन के राशन का भी प्रबंध किया और अब पूजा सब्जी बेचकर खुद का व अपने बच्चों की जिम्मेदारी उठा रही है। ऐसे ही सोनिया विहार में रहने वाली सुनीता और बबिता की भी मदद की। आज यह तीनों महिलाएं मजबूत व आत्मनिर्भर बन गई हैं।